Zomato Swiggy Delivery Workers Strike for reducing payout and increased delivery radius की इस बात से हर कोई विचार में हैं।
बढ़ते हुए बड़े बिज़नेस आम कर्मचारियों की प्राथमिक जरूरत और काम करने के लिए अयोग्य शर्तों पर चलित होने के कारण किस्सा बाहर आया है। Delivery Workers Workload को पहले से कम दरों पर डालते हुए, डिलीवरी वर्कर के लिए कोई आय नहीं बचाता है।
Zomato Swiggy Delivery Workers Id Deactivation में कई बार बुरे वातावरण, ख़राब पैकेजिंग और गलत लोकेशन रही है, जिसमे कर्मचारियों की कोई गलती नहीं । ये स्ट्राइक मुंबई के जगहों में देखी जा रही है और इसके ख़त्म होने के बारे में कोई अपडेट नहीं बताया गया है।
Food Delivery Partners Zomato Swiggy ने भी उनके सोशल मीडिया पर आ रही शिकायतों पर कोई जवाब दर्ज नहीं किया है, जिसमें ग्राहकों ने अपने डिलीवरी देरी से आने के बारे में बताया है। इस स्ट्राइक एक असर Bandra, Dadar, and अन्य South Mumbai की जगहों पर बताया जा रहा है।
Zomato Swiggy Delivery Workers Strike को Shiv Sena-से जुडी Rashtriya Karmachari Sena ने आयोजित करने का जिम्मा लिया है और Indian Federation of App-based Transport Workers (IFATW) ने ‘Social Security Bill’ की मांग की है।

Zomato owned platform Blinkit के कर्मचारियों ने अप्रैल में ऐसा विरोध जताया तह, जब उन्होंने ₹25 पैर डिलीवरी को सिदेह ₹15 कर दिया था। इस डिलीवरी की रक्क्म में ₹25 के ऊपर पीक टाइम के लिए ₹7 का इंसेंटिव मिलता था।
Zomato Swiggy Delivery Workers Strike अक्टूबर 8 को राष्ट्रीय कर्मचारी सेना की सुचने के बाद शुरूकी गयी है और सूत्रों का कहना है कि डिलीवरी वर्कर के साथ Zomato Delivery Executives ने भी इस स्ट्राइक में सहभाग लिया है।
हालांकि इसके बारे में विविध सूत्रों का इंटरनेट पर अलग बयान प्रतीत हो रहे हैं।
Zomato Swiggy Delivery Workers Strike आम कर्मचारियों के हक़्क़ को लेकर है। जुलाई में राज्य विधानसभा में पारित Rajasthan Platform Based Gig Workers (Registration and Welfare) Bill, 2023 को व्यापक रूप से गिग श्रमिकों की सुरक्षा के लिए देश में इस तरह पहला कानून से इस स्ट्राइक कि तुलना कि जा रही है।
Zomato Swiggy Delivery Workers Strike का एक मुद्दा ये भी है कि उन्होंने 4km delivery radius को अब बढ़ाकर 6km delivery radius कर दिया और दरों को बहुत कम कर दिया ह। इससे कर्मचायर्यों को कुछ डिलीवरी पर कमाने मिलता ही नहीं। इसके इलावा दादर के आगे क्षत्रों के बारे वर्कर ने बताया कि वहाँ कि जगहों में जो मैपिंग कि गयी है, उसमे डिलीवरी मिलना ही कर्मचारियों के लिए काफी नुकसानदायी हो जाता है।
पेट्रोल कि किम्मत और व्यवहारिक क्षत्र के बारे में ख्याल किये बिना बदलावों के कारण उन्हें ख़ास सीजन में भारी काम प्राथमिक Employee Work Condition से भारी काम करना पद जाता है। उनकी डेली डिलीवरी के नियमों के लिए कई बार डिलीवरी वर्कर को रात के 3 am तक काम करना पड़ जाता है, जिससे उनकी रोजाना आय सही बनी रहे।
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Conclusion
Food Delivery Partners Zomato Swiggy Delivery Workers Strike खासकर मेट्रोपोलिटन शहर में ट्राफिक के जगहों में प्रदर्शित हो रहा है। यहाँ कर्मचायर्यों का दावा है कि नए नियमों के तहत व्यवहारिक परिस्तिथि का सही आंकलन नहीं किया गया है और उन्हें कमाने के मौका पूरा तरह मिट चूका है।
त्यौहार और वातावरण के संयोग इसे और भी मुश्किल कर देंगे, जहाँ Delivery Worker को आम कर्मचारी की क्षमता से अधिक काम करना पड़ेगा।
Food Delivery Partners Zomato Swiggy Delivery Workers Strike को लेकर इंटरनेट पर जोमाटो की तरफ से एक बयान दर्ज किया ह। इस बयान में जोमाटो का कहना है कि प्रति आर्डर दर गिराए गए हैं, लेकिन revised payment mechanism के कारण २ और नए अनुभव डिलीवरी में बनेंगे, जिससे “Reduced average delivery time” और “increased system efficiency”, जो delivery drivers को अधिक डिलीवरी करने योग्य वातावरण बना लेगी।
इस पूरी पोस्ट को लेकर आपके इंटरप्रेन्योर दिमाग को कसरत करवाते हुए, इसके हल पर विचार विमर्ह करें और बिज़नेस कि सिखों को व्यवहारिक रूप से देखने का प्रयास करें।