उत्तर प्रदेश से बने 8 यूनिकॉर्न बिज़नेस का नाम प्रस्तुत होने के साथ आगामी समय में और भी सामर्थ्य स्टार्टअप बिज़नेस भी अपेक्षित हैं। भारत में बढ़ रही स्टार्टअप बिज़नेस के लिए रूचि और गवर्नमेंट का सहयोग लोगों में नए उत्साह का काम कर रहा है।
बिज़नेस वातावरण इस तरह बन रहा है कि विविध प्रदेशों की गतिविधियों में बिज़नेस की रुकवटों को समाधान प्रदान किया जा रहा है। इसमें उत्तेर प्रदेश का ख़ास नाम उभरते हुए नजर आ रहा है।
उत्तर प्रदेश से बने स्टार्टअप बिज़नेस के महत्वपूर्ण आकड़े
- उत्तर प्रदेश स्टार्टअप बिज़नेस ने आकड़ों ने अपेक्षित 2025 के मूल लक्ष्य को पार कर लिया है। 023 के मध्य तक 10,000 स्टार्टअप स्थापित करने के अपने लक्ष्य को हासिल कर उत्तर प्रदेश में यह बिज़नेस 75 जिलों में फैले हैं।
- राज्य सरकार ने पहले ही यूपी स्टार्टअप फंड के लिए 1000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं और 23 जिलों में 63 इनक्यूबेशन केंद्र स्थापित किए हैं।राज्य कृषि-तकनीक-आधारित स्टार्टअप के उद्भव को देख रहा है। इसके साथ ही, जो ग्रामीण बुनियादी ढांचे के विकास और रोजगार सृजन में योगदान दे रहा है।
- राज्य सरकार नवाचार और तकनीकी प्रगति को पोषित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित विविध सामर्थ्यवान क्षेत्र को बढ़ावा दे रही है । उत्तर प्रदेश के आयोजनों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रोन, मेड टेक, ब्लॉकचेन, 5 जी, 6 जी, क्वांटम कंप्यूटिंग, एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग और स्पेस टेक जैसे क्षेत्रों में स्टार्टअप को सक्रिय रूप से बढ़ावा और प्रोत्साहन दिया गया है।
- केपीएमजी के अनुसार, जो निवेश के आंकड़ों पर नजर रखने वाली राज्य सरकार की एजेंसी है, एक यूनिकॉर्न स्टार्टअप एक अरब डॉलर से अधिक मूल्यांकन के साथ है, और वर्तमान में, भारत में 108 से अधिक ऐसे स्टार्टअप हैं, देश के 108 यूनिकॉर्न में से आठ यूनिकॉर्न बिज़नेस जैसे इंडिया मार्ट, पेटीएम, पेटीएम मॉल, फिजिक्स वल्लाह, मोग्लिक्स, इनोवेकर, इंफोएज और पाइन लैब्स, उत्तर प्रदेश में हैं।
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Conclusion
उत्तर प्रदेश से बने स्टार्टअप बिज़नेस के महत्वपूर्ण बातों को देखने बाद एक व्यवसाय करनेवाले इंटरप्रेन्योर को अपने लिए अनुकूल प्रस्तिथियों का आंकलन करने में सहायता मिलेगी।
इन प्रयोगों में एक नया शब्द प्रचलन में हैं, जो बिज़नेस को यूनिकॉर्न बनने की स्पर्धा के लिए दिया गया है। ऐसे यूनिकॉर्न बनने के प्रेरणावाले बिज़नेस को सूनीकॉर्न कहते हैं। ऐसे बिज़नेस पर नजर रखने दो मुख्य नाम – क्लास प्लस और इनशॉर्ट्स ख़ास उभरकर आ रहे हैं।
राज्य के स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र में एक मिलियन डॉलर से अधिक मूल्यांकन वाले स्टार्टअप मिनीकॉर्न भी शामिल हैं। इस चर्चा में आप ऐसे कोई बिज़नेस के नाम जोड़ना चाहते हों, तो कमेंट जरूर करें।