आइए जानते हैं आखिर किस तरह IPL पैसे बनाती हैं और उसे जुड़े लोग भी कैसे हर साल IPL आते ही पैसे भर भर के कमाते हैं।

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हर साल की तरह इस साल भी IPL की टीम्स के मालिक अपने अपने खिलाड़ी पर और पूरी टीम पर 3,000/- करोड़ से भी ज्यादा खर्चा करती हैं पर IPL का प्राइस मनी तो 20/- करोड़ ही हैं, तो आखिर क्यों टीम के मालिक इतना खर्चा करते हैं और कैसे पैसे कमाते हैं ?

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आप जानते ही होंगे की इस साल Gujarat की टीम 5,000/- करोड़ मे बिकी और लखनऊ की टीम 7,000/- करोड़ में।

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IPL से BCCI और टीम्स के मालिक कुछ तरह पैसे कमाते हैं,

1. Central Pool" 2. Team Pool 3. Local Pool

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1. "Central Pool" 

 "Central Pool"Central Pool मतलब IPL की सारी मैच की ब्रॉडकास्टिंग राइट्स और ऑनलाइन स्ट्रीमिंग राइट्स बेच कर और IPL के टाइटल स्पॉन्सर से मिला हुआ पैसा BCCI और टीम्स के मालिकों में 50-50% मे बाटा जाता हैं।

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और 50% जो टीम के लिए हैं उसमे से पहली पांच टीम जो अच्छा खेल खेलती हैं उन्हें 5% में और बाकी को बचे 45% मे से दिया जाता हैं।

इस साल के टाइटल स्पॉन्सर TATA ने 3000/- करोड़ हर साल के हिसाब से दिए हैं।

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2. " Team Pool"

इसका मतलब हैं, को मालिक हैं टीम के वोह लोग अपनी टीम के जर्सी पर बड़े बड़े कम्पनी के लोगो लगाते हैं जिससे उनकी मार्केटिंग होती हैं उससे पैसे कमाते हैं और अगर वे लोग टीम के नाम की जर्सी पहन कर ऐड मे आए तो उससे पैसे मिलते हैं किसी टीम के मालिक को।

एक और तरीके से टीम के मालिक पैसे कमाते हैं जो हैं मैच के दौरान जो एड्स दिखाई जाती हैं क्रिकेट ग्राउंड मे।

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एक और आखरी हैं तरीका जिससे टीम के मालिक पैसे कमाते हैं वोह हैं मर्चेंडाइजिंग।

फिर आता हैं प्राइस मनी मतलब जो टीम विजेता बनती हैं उसे 20 करोड़ का प्राइस मनी दिया जाता हैं।

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3. " Local Pool"

टिकट्स जो बेचे जाते हैं मैच के लिए उसमे से 80% हिस्सा टीम्स में बाटा जाता हैं और 20% स्टेडियम को दिया जाता हैं।

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