Shark Tank India Episode 2 Insaan, Ideas Aur Sapne के अंत में शार्क अनुपम मित्तल (Shark Anupam Mittal) ने बिज़नेस वैल्यूएशन के बारे में सरल शब्द में अर्थ समझाया है। क्योंकि सौदे करने के लिए ये मुख्या विषय हम भी आम लोगों को संक्षिप्त में हिन्दी में बातें करेंगे।
हालांकि हमने अर्थ को आपतक लाते हुए , यह भी कोशिश की है कि इस विषय को ज्यादा मुश्किल न बनाये। एक व्यवहारिक फिनांस कंपनी इस विषय में काफी भारी गणित के साथ बाजार का ब्यौरा करके इसको तय करते हैं। हमारा उद्देश्य उस तरीके के गणित में निपुण प्रोफ़ेस्सशनल को तैयार करवाना नहीं। हम आम जनता में इन विषय को लेकर समझ और प्रेरणा देना है।
Shark Lesson of the Day by Shark Anupam Mittal
शार्क अनुपम मित्तल (Shark Anupam Mittal) ने एपिसोड में समझाया है कि – ” वैल्यूएशन आपके कंपनी का मूल्य होता है। उसका अनुमान लगाया जाता है । आपके भविष्य के प्रॉफिट मार्जिन (Profit Margin) और सेल्स ग्रोथ (Sales Growth) से इसलिए ये हमेशा नेगोसिएशन (Negotiation) होता है। “
बिज़नेस वैल्यूएशन (Business Valuation) कब देखा जाता है ?
किसी भी व्यवसाय को खरीदते हैं, बेचते हैं या निवेश करते हैं , सौदे से जुड़े सभी लोगों को इससे मिलनेवाले मुनाफे में दिलचस्पी होती है। दो मुद्दों को लेकर बिज़नेस पार्टी (Business Party) को अपने लिए किम्मत का अंदाजा लगाना होता है और ह्क़्क़दार को उसकी रक्क्म देने ये सब गणित करने पड़ते हैं।
अन्य कारण भी होते है , जिसके वजह से बिज़नेस वैल्यूएशन (Business Valuation) को देखा जाता है,
जब कोई पार्टनरशिप कंपनी में कोई पार्टनर बिज़नेस को छोड़ देता है या वह मर जाता है तब नए दस्तावेज बनाने के साथ साथ सौदों में पुराने और नए बिज़नेस वैल्यूएशन (Business Valuation) का गणित करना पड़ता है।
जब बिज़नेस कंपनी जब बंद होती है, उसके सारे सौदे ख़त्म करने ऐसे गणित कि आवशयकता होती है।
कोई कंपनी किसी नयी कंपनी को टेकओवर (takeover) करती है या कोई कंपनी मर्ज (merge) होती हैं , इस समय में ऐसे गणित के साथ सभी ओनर (owner) के सौदे पुराने और नए गणित पे किये जाते हैं।
Amalgamation, Absorption, Merger, Acquisition, partnership, Huf, Incorporation ऐसे सारे शब्दों में बिज़नेस को बढ़ाया जाता है या कम किया जाता है। हर शब्द में बिज़नेस के स्तर में कम ज्यादा करते हुए , इन मुद्दों में बिज़नेस वैल्यूएशन (Business Valuation) के साथ साथ इन परिस्तिथी के नियम भी लागू हो जाते हैं।
बिज़नेस चलाने में लगनेवाले निवेश (Monetory or Non Monetory) में जब भी बदलाव करना होता है, तब पुराने निवेश और निवेश के साथ साथ भागीदारी के गणित के अंतर को अलग अलग तोलना पड़ता है।
बिज़नेस वैल्यूएशन (Business Valuation) किन मुद्दों पर और किन कारणों पर गिना जाता है ?
हमने एक एक मुद्दा देखा जहॉं बिज़नेस वैल्यूएशन (Business Valuation) इस्तेमाल होता है। इन सभी जगह में मेहनत और पैसे किसीने पहले से लगाए होते हैं जिसमें जुड़ते हुए हिस्सेदार अपनी और से मेहनत और पैसे से निवेश करता है। इस गणित का सीधा मतलब अबतक किये हुए प्रॉफिट मार्जिन (Profit Margin) और सेल्स ग्रोथ (Sales Growth) से होनेवाले भविष्य में प्रॉफिट मार्जिन (Profit Margin) और सेल्स ग्रोथ (Sales Growth) का संतुलन बनाना है।
इंडस्ट्री और नियमों को देखते हुए प्रॉफिट (Profit) और सेल्स (Sales) के साथ मल्टिप्लाय किया जाता है। कभी कभी व्यावसायिक वर्ग के अनुसार इसके अलग नियम भी होते है। साथ ही गुडविल (goodwill) या रिप्लेसमेंट कॉस्ट (replacement cost) इन अर्थों को गिनते हुए बिज़नेस को विशेष रूप से हिसाब लगाया जा सकता है।
Conclusion
Shark Lesson of the Day by Shark Anupam Mittal में हमने और जानकारी जोड़कर बिज़नेस वैल्यूएशन (Business Valuation) को समझाने का प्रयास किया है। हम उम्मीद करते है कि आपको इससे काफी मदद मिली होगी।
आपको शार्क टैंक इंडिया रियलिटी शो को सोनी लिव अप्प में देखते हुए अब भी कोई जानकारी समझनी हो या कुछ और लिखित जानकरी पर हमारी ओर से कोई मदद चाहिए तो हमें जरूर लिखे। रोज नए मुद्दे लाना और आपतक लाना हमारा लक्ष्य है। आपके लिए आसान करने हमने एप्लीकेशन भी बनायी है। आप वहाँ हमारी साड़ी जानकारी ले सकते हैं।