Daakroom Shark Tank India Business Pitch एकदम ख़ुशी से मंच पर दिखाई गयी है। यादों के पिटारे कि तरह सभी शार्क जज चिठ्ठी को पढ़कर बहुत ही रोचक अनुभव को शार्क टैंक इंडिया पर प्रस्तुत करते हैं।
डाकरूम (Daakroom) ने शार्क टैंक इंडिया पे आये देसी टॉयज (Desi Toys) ने भी ऐसी ही विचार पर एक पुरानी मार्किट को नवीनता से प्रस्तुत किया था। नए बिज़नेस मॉडल और ऑनलाइन के ज़माने में कई बिज़नेस ने सही तरह के नवीनता को अपनाकर इंटरप्रेन्योर के सच्चे गन को शार्क टैंक इंडिया पर प्रस्तुत किया है।
Daakroom Vision
डाकरूम (Daakroom) का विज़न है कि वह दिल, दिमाग और लेखन जैसी कलात्मक और रोचक सांस्कृतिक गतिविधियों को जोड़कर नवीनता के बिज़नेस के रूप में लोगों तक पहुंचायें।
Daakroom Founder
Daakroom Founder –हरनेहमत कौर और शिवानी मेहता (Harnehmat Kaur and Shivani Mehta)
हरनेहमत कौर (Harnehmat Kaur) ने नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ डिज़ाइन (National Institute of Design) से अपनी बैचलर डिग्री की है और डिज़ाइन फैक्ट्री इंडिया में इंटरशिप और वही पे एक्सहिबिशन एंड स्पेशल डिज़ाइनर एंड टीम मैनेजर (Exhibition and Spatial Designer and Team Manager) की भूमिका पर रही थी।
डाकरूम के संथापक होने के पहले उन्होंने माया होटल्स में फ्रीलान्स डिज़ाइनर और कंसलटेंट का काम किया है और Battees मेंसह संथापक और क्रिएटिव हेड का अनुभा व् भी ले चुकी हैं।
डाकरूम (Daakroom) से पहले उन्होंने राजेंद्र अकादमी में शिक्ष्क की भूमिका पर काम किया है और कंटेंट राइटर, क्लाइंट रेलकशनशिप मैनेजर, फ्रीलांसर और अन्य कलात्मक काम किये हैं।
शिवानी मेहता (Shivani Mehta) ने नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ डिज़ाइन (National Institute of Design) से बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन (Bachelor of Design) की पढ़ाई की है।
उन्होंने डिज़ाइन रेसेअर्चेर (Design Researcher) और फ्रीलान्स यु आई डिज़ाइनर (Freelance UI Designer) की भूमिका का अनुभव है। डाकरूम (Daakroom) से पहले वह BioQ Eco Solutions के सह संथापक की भूमिका भी निभाई है।
About Daakroom
डाकरूम (Daakroom) पत्र लेखन और कलात्मक लेखन (Letter Writing and Content writing) को लेकर इवेंट मैनेजमेंट की सेवा दी जाती है।
वह शिक्षा के साथ खेल देते हुए प्रोडक्ट और सर्विस देने के लिए अपनी अनोखी आयोजना करते हैं। आजकल लोगों को समय नहीं होता की कलात्मक झुकाव की ओर अपने रोचक अनुभव ले सके। उन्होंने इस भागदौड़ में डिज़ाइन, शिक्षा, कल्चरल एक्टिविटी को आजकल की जीवन के साथ आयोजित करने की सेवा शुरू की है।
डाकरूम (Daakroom) इस तरह की रोचक पत्र लेखन और कलात्मक विचार को लोगों को शिक्षित करने के मॉडल में लोगों तक प्रस्तुत करते हैं, जिसमें;
- डाकरूम सीखना और चिकित्सा (Daakroom Learning and Therapy)
- डाकरूम Anaytical और क्रिटिकल थिंकिंग (Daakroom Anaytical and Critical Thinking)
- डाकरूम संज्ञानात्मक और भावनात्मक विकास (Daakroom Cognitive and Emotional Development)
- डाकरूम संचार और आत्म-अभिव्यक्ति (Daakroom Communication and Self-Expression)
वे डाकरूम (Daakroom) के Writing Curriculum में क्रिएटिव राइटिंग, पर्सनल एंड फॉर्मल कम्युनिकेशन और राईट टू योर रोल मॉडल जैसे विभाग चलाते हैं। उनके साथ कई लोगों ने उनके प्रिय अभिनेता के लिए मैसेज दिए और कई लोगों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी खत लिखे। उन्होंने लोगों के इस प्रयास पर उनकी चिठ्ठी को प्रधानमंत्री पोस्ट से भेजी और इसपर डाकरूम (Daakroom) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ख़ास सराहना दी।
Daakroom पर Shark Judges का Investment Guidance
शार्क पीयूष बंसल (Shark Peyush Bansal),शार्क रितेश अग्रवाल (Shark Ritesh Agrawal), शार्क राधिका गुप्ता (Shark Radhika Gupta),शार्क विनीता सिंह (Shark Vineeta Singh) और शार्क अमन गुप्ता (Shark Aman Gupta) को Daakroom Business Pitch Video में Stage पर बताया गया है।
डाकरूम (Daakroom) की बिज़नेस पिच में फाउंडर्स बताते हैं कि टेक्सटिंग कि इस दुनिया में चिठ्ठी तो दूर, लोग लिखना है छोड़ रहे हैं। दिल ,दिमाग और कलम को जोड़ते हुए बिज़नेस पिच के लिए शार्क राधिका गुप्ता (Shark Radhika Gupta) पोस्टमैन का ख़ुशी से स्वागत किया।
इस हलके फुल्के वातावरण में शार्क जज को खत मिलते हैं, जिससे सभी भावुक हो जाते हैं। शार्क राधिका ने बताया कि उनके कारण पुरानी यादें ताज़ा हो गयी और शार्क विनीता सिंह (Shark Vineeta Singh) अपने अनुभव को याद करते हुए रो पड़ी।
डाकरूम (Daakroom) केवल एक छोटा सा प्रोजेक्ट था, तो इसको बिज़नेस क्यों बनाया, इस बारे में शार्क राधिका गुप्ता (Shark Radhika Gupta) ने बिज़नेस सफर जानने के लिए पुछा। बिज़नेस पिचेर्स ने बताया कि उन्होंने इसे प्रोजेक्ट के रूप किया तब लोगों के प्यार से वह वर्ष में एक बार इवेंट करते थे।
और इस इवेंट में इसके लिए प्यार बढ़ते देख, स्कूल और अन्य जगहों पर उनके लिए ऐसे इवेंट बनाने के लिए उत्सुकता दिखी, जिसके वजह से डाकरूम (Daakroom) एक बिज़नेस बना।
डाकरूम (Daakroom) के लिए शार्क अमन गुप्ता (Shark Aman Gupta) को लगा कि बिज़नेस नहीं बन सकता इन चीज़ों, हालांकि यह विचार काफी अच्छा है।
शार्क राधिका को भी ये बिज़नेस विज़न अच्छा लगा, इसलिए उन्होंने कहा कि कोई भी मदद उन्हें चाहिए होगी, तो वह जरूर शामिल होंगी और चाहे तो CSR के तौर पर सही वह इस मकसद की सहायता करेंगे, लेकिन इसमें निवेश करने योग्य परिस्तिथी नहीं लग रही है।
Daakroom Business Statistics
- डाकरूम (Daakroom) के साथ 8 लाख खत लिखे गए हैं।
- Letter Writing Carnival में ₹100 से ₹250 और लगभग 6000 से 7000 लोग इसमें शामिल होते हैं।
डाकरूम (Daakroom) के 4 आय के स्त्रोत हैं
- स्कूल प्रोग्राम (School Program)
- कम्पेन्स (Campaigns)
- इवेंट्स (Events)
- प्रोडक्ट्स (Products)
डाकरूम सेल्स स्प्लिट(Daakroom Sales Split)
- मार्केटिंग कम्पेन्स एंड इवेंट्स – 55%
- स्कूल प्रोग्राम – 41%
- कार्निवल – 4%
डाकरूम सेल्स (Daakroom Sales)
- FY 23 -24 (Till Oct) सेल्स – ₹90 लाख (EBITDA -15%)
- FY 23 -24 (Projected) सेल्स – ₹1.46 करोड़
- FY 16 से FY 22 सेल्स – ₹61 लाख रही थी और FY 22 – 23 सेल्स – ₹42 लाख से बढ़ी।
Daakroom Shark Tank India Deal
Daakroom Business Final Deal – शार्क रितेश अग्रवाल (Shark Ritesh Agrawal) के साथ कंडीशनल ऑफर (Conditional Offer) ₹36 लाख फॉर 6% इक्विटी, वैल्यूएशन -₹6 करोड़ पर डील फाइनल होती है।
Daakroom Shark Tank India Episode Number | Shark Tank India Season 3, Episode 13 |
Daakroom Shark Tank India Episode Air Date | 7 February 2024 |
Daakroom Founder’s Name | हरनेहमत कौर और शिवानी मेहता (Harnehmat Kaur and Shivani Mehta) |
Daakroom Ask in Shark Tank India | ₹36 लाख फॉर 4% इक्विटी |
Daakroom Deal in Shark Tank India | ₹36 लाख फॉर 6% इक्विटी |
Daakroom Investors From Shark Tank India | Ritesh Agarwal |
Daakroom Official Website | Daakroom |
Daakroom Review | Daakroom Review |
Daakroom Company Valuation | ₹9 करोड़ |
Conclusion
डाकरूम (Daakroom) की बिज़नेस पिच में पुरानी कला और नए विचार के समावेश को देखकर बिज़नेस के सिद्धांत को नए मोड देने का सबसे अच्छा उदाहरण है। उनके चिठ्ठी के साथ अन्य कलात्मक चीज़ों के झुकाव के लिए लगों के बदलते मांग को प्रवर्त्तन के साथ फिर नयो मार्किट बनाकर आना ही अच्छे इंटरप्रेन्योर के उदाहरण को प्रस्तुत कर रहा है।
इस बिज़नेस में शार्क जज के एडवाइस को देखने के बाद इसमें निवेश करने के बारे में अपनी राय जरूर बताएं। यदि आपके पास भी ऐसा बिज़नेस बनाने के लिए कोई आईडिया हो जिसमें आपको कोई पुरानी मार्किट गिरते हुए दिख रही है और सुधार सकते हैं, तो उसके बारे में कमेंट जरूर करें।
Founder is not shubhangi jaiswal, it is Harnehmat Kaur. From chandigarh, please correct this.
Updated