Unseen Pitch Shark Tank India Season 1 Series on Sony Liv App में एक नयी Business Series के रूप में कुछ बिज़नेस बताये गए हैं, जो Small Case presents Inspiring Ideas के नाम से प्रस्तुत की गयी है। इस बिज़नेस पिचर ने सभी शार्क्स को एक टास्क दिया, जिसमें उन्होंने सबसे पानी बोतल को एक हाथ से खोलने के लिए बताया। सभी शार्क्स ने महसूस किया कि यह काम करना असंभव नहीं लेकिन बहुत कठिन है। हमारे लिए रोजमर्रा काम करना इतना सरल है, हम यह नहीं जानते। क्योंकि हमारे दोनों हाथ है। क्या हम कल्पना भी कर सकते हैं, कि उन लोगों को या उन बच्चों को एक या दोनों हाथ एक्सीडेंट में खोया हो।
Unseen Pitch Shark Tank India Inali Assistive Tech Business में इंटरप्रेन्योर ने बहुत गहरी बात पर रौशनी देने, कुछ सच्चाइयाँ प्रस्तुत करते हुए, अपने बिज़नेस के लक्ष्य कि ओर बिज़नेस की कहानी बतायी। उन्होंने कार्यक्रम में बताया की हम शायद नहीं जानते हों, लेकिन Ministry of Road Transport के मुताबिक़ 2018 में 4,60,000 लोगों को Prosthetics की जरुरत थी। पर आज भी 85% लोग ऐसे हैं, जिनके पास कोई सलूशन नहीं है। उसका कारण है की ऐसे सब उत्पाद बहुत मेहेंगे होते हैं और लोगों के लिए किफायती नहीं हैं। इंडिया में उनकी किम्मत 1 लाख से लेकर 20 लाख के बीचमे आता है। Shark Tank India Season 2 आने से पहले आये हुए Business for Cause की पूरी बातचीत करते हैं।
About Shark Tank India Unseen Pitch Inali Assistive Tech Business
Unseen Pitch Inali Assistive Tech Shark Tank India Business करने की शुरुवात एक Non Profit Prosthetic बनाने और निजी कारण से हुआ था। बिज़नेस पिचर बताया की 2015 में उन्होंने कॉलेज छोड़ दिया । क्योंकि कॉलेज में जब भी बात करते थे, वो सुनते थे तो लोग बोलते थे – आविष्कार होगा। लेकिन ऐसे कुछ प्रैक्टिकल में नहीं होता था। इस वजह से थर्ड ईयर में उन्होंने कॉलेज ड्राप आउट कर दिया।
निजी जीवन की अनुभूति के बारे में भी बिज़नेस पिचर ने बताया की वे एक दिन आदमी से मिले जिसका नाम निकोलस था। उसका एक्सीडेंट में हाथ कटा हुआ था । वो कारपेंटर था और उसने खुदका हाथ खुद ही बना लिया। इससे प्रेरित होकर उहोंने इस काम को करने का प्रोजेक्ट लिया। इस प्रसंग के बाद उन्हें एक बार ७ साल की बच्ची मिली उसके कंधे से दोनों हाथ नहीं थे। इससे प्रभावित होकर वे एक कंपनी के पास उस बच्ची के लिए हाथ का इलाज कराने गए तो उस कंपनी ने दोनों हाथ की किम्मत २४ लाख की बतायी।
उन्होंने पता किया की इंडिया में जितने भी आर्म्स आते है वो बाहर से आते हैं। इंडिया में अभी अभी एक दो कम्पनीज शुरू हुई हैं। इसलिए इस कठिनाई का हल निकालने उन्होंने २०१५ में रिसर्च शुरू किया। उन्होंने ने अपने माता पिता से को बताया की लोगों की मदद करनी है। इस लक्ष्य के लिए Crowd Funding करनेकी कोशिश की तो एक NGO ने पहल की और उन्हें एक छोटा सा ग्रांट देकर कहा की आप बनाकर देखो। अब आगे बढ़ते हुए २०१८ में फाउंडर प्रशांत ने Inali Assistive Tech Business foundation फाउंडेशन बनाई।
२०१८ से अबतक 4800 लोगों को हाथ दे चुके हैं। इस प्रोजेक्ट पर का करते हुए उन्होंने एक बात के बारे में प्रैक्टिकल बात को समझी। अगर 10 लोगों को इम्प्यूटेशन करते हैं तो 10 में से 4 लोग कस्टमाइज़ करें तो वो उसको अफ़्फोर्ड कर सकते हैं। लेकिन उनकी खरीदने की क्षमता सीमीत होती है। अगर प्रोड्कट को सही किम्मत बना लें तो मार्किट में ऐसा बड़ा क्षेत्र है, जिसे किसी ने छुआ भी नहीं है। इस तरह से Inali Assistive Tech Formation एक बिज़नेस के रूप में आया।
Shark Tank India Episode 1 Inali Assistive Tech Business Vision
इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस (Inali Assistive Tech) Affordable & Customized Prosthetic को Make in India Product बनाने के लिए काम कर रहा है।
- Inali Assistive Tech Arm Team
- Founder – प्रशांत गड़े (Prashant Gade)
- Brand Ambassador दुर्गेश शुक्ला, उम्र १६ साल (Durgesh Shukla,16 years)
- R&D Head of Inali tech – अनुराग यादव (Anurag Yadav)
Shark Tank India Episode Episode 1 Inali Assistive Tech Business (इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस) Investment Ask- र50 lakh for 5% equity
Shark Tank India Episode 1 Inali Assistive Tech Business Company Valuation (इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस कंपनी वैल्यूएशन ) १० करोड़ (10 Crore)
Shark Tank India Episode 1 Inali Assistive Tech Business Pitcher ( इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस पिचर)- प्रशांत गड़े (Prashant Gade),चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (Chief Executive Officer), उम्र ३० साल (age 30 years), पुणे (Pune)
Unseen Pitch Shark Tank India Inali Assistive Tech Business Features
- Inali Assistive Tech Arm एक कम वजनवाला Light Weight Prosthetic Arm है।
- बाकी सब Prosthetic Arm के मुकाबले यह Inali Assistive Tech Arm की किम्मत लगभग आधी जितनी है।
- Inali Assistive Tech Arm ने जो प्रोड्कट बनाया है, उसमें ऐसी टेक्नोलॉजी बनाई है, जिससे मरीज को अपने अनुकूल Highly Customized तरीके मिलेंगे, जिसने वह अपने लिए सुविधाजनक टेक्नोलॉजी और मटेरियल का चुनाव कर सकेंगे।
- 2018 में Inali Foundation बानी है और तबसे अबतक 4800 लोग को हाथ दे चुके हैं। उनका ब्रांड अपबासडर दुर्गेश भी ऐसा मरीज है, जिसे Prosthetics की जरूरत है और वह Inali Assistive Tech Arm के ज़रिये इस प्रोडक्ट की सच्ची और सही मार्केटिंग करने में बिज़नेस से जुड़ा है।
- Inali Assistive Tech Arm को इस्तेमाल करने Leg Sensor है, जिससे न केवल हाथों को हिलाने में सहायता मिलती है, बल्कि लिखने जैसे काम करने लॉक भी जोड़ा गया है। इस सबका डेमो ब्रांड अम्बेस्डर दुर्गेश ने शार्क टैंक इंडिया के मंच पर प्रस्तुत किया।
Must Read:- Pandurang Taware Agri Tourism Shark Tank India Complete Review
शार्क अश्नीर ग्रोवर (Shark Ashneer Grover) इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस एक्सपर्ट कमेंट (Inali Assistive Tech Expert Comments)
इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस मार्किट साइज़ (Inali Assistive Tech Market Size)
Shark Ashneer ने बिज़नेस सम्बन्ध में बिज़नेस पिचर प्रशांत से पुछा की Prosthetics Market कितनी बड़ी है ?
उन्होनें प्रशांत के बताये हुए आकड़े पर स्पष्टीकरण करने पुछा की इंडिया में जो 15 हजार करोड़ की मार्किट बताई है वो सिर्फ हाथ की बताई थी या पूरे लिम्बस की बताई है। बिज़नेस पिचर प्रशांत ने बताया की प्रोस्थेटिक्स में पूरा मिलाकर यह आकड़ा है और इसमें हाथ की संख्या 5000 करोड़ की होगी। उन्होनें यह भी बताया की Ministry of Road Transport के मुताबिक़ 2018 में 4,60,000 लोगों को Prosthetics की जरुरत थी। 10 में से 4 लोग कस्टमाइज़ प्रोस्थेटिक को उचित दाम पर खरीद सकते हैं, जिस मार्किट को किसीने देखा तक नहीं है।
इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस विज़न (Inali Assistive Tech Market Size Vision)
शार्क अश्नीर ग्रोवर (Shark Ashneer Grover) ने अपने अनुभव से बिज़नेस कमेंट में एक ख़ास बतायी की Philanthropy में उन्होंने कोई उदाहरण नहीं देखा जहाँ कोई Philanthropy कर रहा था और उसने बिज़नेस बना लिया। इसका कारण यह है की आपको कभी नकारात्मक फीडबैक मिलती ही नहीं है। यह इसलिए की आप किसी का हाथ मुफ्त में लगा दोगे तो वो आपको दुआ ही देगा। वो आपको ग्राहक की तरह थोड़ी कहेगा की फिट ठीक से नहीं हो रहा। उनके हिसाब से सुझाव भी होते होंगे तो वो नहीं बताएँगे की इसमें ये भी होता तो अच्छा हो जाता।
शार्क अश्नीर ग्रोवर (Shark Ashneer Grover) Questions Interpretation for इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस एक्सपर्ट कमेंट (Inali Assistive Tech Expert Comments)
इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस मार्किट साइज़ एक्सप्लनेशन (Inali Assistive Tech Market Size Explanation)
Inali Assistive Tech Business Market Size से शार्क अश्नीर ग्रोवर (Shark Ashneer Grover) यह अनुमान लगाना चाहते हैं की ऐसे प्रोडक्ट को बड़े स्तर पर बनाने के बाद ही किम्मत कम की जा सकती है। अगर भुगतान करनेवाले ग्राहक की तादाद पर्याप्त नहीं होगी तो इस प्रकार के व्यापार में लागत लगती रहती है और नुकसानी बड़े आकड़ो में उत्पादन करने के कारण नुकसानी में ही रह जाते हैं।
इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस विज़न एक्सप्लनेशन (Inali Assistive Tech Market Size Vision Explanation)
इस बिज़नेस का ओरिजिनल आईडिया जो था वो Philanthropy का था और बिज़नेस का नहीं था। अब वे इसका बिज़नेस बनाना चाहते हैं, लेकिन अच्छे इंटेंशन से बिज़नेस बनाना भी बहुत ज्यादा चीज़े चाहिए । शार्क अश्नीर ग्रोवर (Shark Ashneer Grover) के हिसाब से वो सभी अच्छी चीज़े उन्हें बिज़नेस पिचर में दिख रही हैं, लेकिन बिज़नेस पिचर का प्राथमिक लक्ष्य Philanthropy होने के कारण वह अगर प्रॉफिट बनाने लगेंगे फिर भी अगले स्तर पर मदद करने उन्हें फिर निवेश कर देंगे। वह प्रॉफिट कमाने को प्राधान्यता देंगे नहीं, इस वजह से शार्क अश्नीर ग्रोवर (Shark Ashneer Grover) निवेश से बाहर आ जाते हैं।
शार्क अनुपम मित्तल (Shark Anupam Mittal) इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस एक्सपर्ट कमेंट (Inali Assistive Tech Expert Comments)
इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस निजी जीवन का सम्बन्ध (Inali Assistive Tech Market Size Personal Connect for Cause)
शार्क अनुपम मित्तल (Shark Anupam Mittal) के कजिन, जिनका नाम गुट्टू है, उनका पैर एक्सीडेंट के कारण इम्प्यूट करना पड़ा था। उनका जयपुर फुट करवा लिया लेकिन हाथ अबतक ठीक नहीं हुए हैं। इंडिया में यह बड़ी दिक्क्त है, वह अनुभव कर चुके है। उन्हें खुद एक बैग में उनका पैर लेके घूमना पड़ा था। उन्होंने बिज़नेस पिचर से अपनी पिच रखने के लिए सवाल किये और बिज़नेस को समझा।
इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस सेल्स वर्सस स्केल ऑफ़ ऑपरेशन एंड बिज़नेस साइकिल (Sales vs Scale of Operation Plan and Business Cycle)
फिर उन्होंने उनकी सेल्स और स्टेटिस्टिक्स को बढ़ाते हुए बिज़नेस 2.85 lakh से 10 करोड़ कैसे ले जायेंगे उसके लिए और सवाल जवाब किये। इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस पिचर (Inali Assistive Tech Pitcher) ने बताया की बिज़नेस करंट सेल्स [Current Sales (FY 19-20)]
₹2.85 लाख है। इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस पिचर (Inali Assistive Tech Pitcher) ने बताया कि उनका पहला टारगेट होगा कि 10,000 हाथ कैसे कैसे पहुचायें ? अगर 1000 हाथ के लिए 1.2 करोड़ किम्मत लगती है, प्रॉफिट 2 करोड़ और प्रोडक्ट सेल 4 करोड़ हो सकता है। इस गणित पर अगर १० हजार हाथ लगाए तो आकड़े हासिल किये जा सकते हैं। शार्क अनुपम ने काउंटर किया कि पैसे खर्चे करके इन्वेंटरी बनाएंगे पहले और फिर जाके बचेंगे ? इसकी स्पष्टीकरण करते हुए बिज़नेस पिचर प्रशांत ने समझाया यह ऐसे क्यों है।
उनके लिए कुछ पार्ट्स को पहले से लेकर रखना जरुरी है। बड़ी तादाद में ऐसे मटेरियल खरीदने से उसकी किम्मत काफी घट जाती है। लेकिन सॉकेट एक ऐसा पार्ट है जो आपको पेशेंट आने के बाद ही बना सकते है, फिर भीs उन्हें बनाने के मटेरियल तैयारी में मौजूद रखने पड़ेंगे। इसलिए कुछ पार्ट्स उनको पहले से रखने पड़ेंगे, तब ही वह प्रोड्कट को मरीज तक समय पर पहुंचा पाएंगे।
इनाली असिस्टिव टेक की मरीज में कितनी माँग है (Tapping Demand for aspired vision to reach the victim patients Inali Assistive Tech)
जब आखिर तक शार्क अनुपम को बिज़नेस के दृष्टिकोण से बातचीत नहीं दिख रही थी , वे उनसे जोड़ने अलग तरह से प्रश्न पूछते हैं। इन्वेंटरी के उदेश्श्य से आकड़े बताते हुए बिज़नेस पिचर से उन्हें बेचने के लिए कोई मौजूदा डिमांड या आर्डर है ? ऐसे सवाल करते हुए, उनके बिज़नेस की व्यवहारिक संभावना और प्लान की ओर तैयारी टटोलकर निवेश के प्रति एक कदम आगे बातचीत करने का प्रयास करते हैं।
बिज़नेस पिचर प्रशांत ने बताया की ऑर्डर्स नहीं लेकिन लीडस् है। उनके पास 700 से 1000 लोग उनके पास आये हैं, जिन्होंने उनसे रिक्वेस्ट की है की वो इस टेक्नोलॉजी से बने प्रोडक्ट इस्तेमाल करना चाहते है। शार्क अनुपम ने सुझाव करते हुए कहा की उन लोगों से पिचर ने एडवांस क्यों नहीं लिया है ?
बिज़नेस पिचर प्रशांत ने बताया की अगर वे एडवांस लेंगे उनके पास इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार नहीं है । ऐसे में पैसे लेने के बाद अगर प्रोड्कट समय पर नहीं दिलाते है तो भी बिज़नेस के लिए सही नहीं है।
शार्क ने आखिर में निर्णय बनाया और बताया की प्रशांत की नियत की सराहना की और सुझाव किया की बिज़नेस प्लान पर उन्हें ध्यान देना चाहिए फिर कुछ आगे बढ़ सकते हैं। लेकिन वे इसको बिज़नेस की तरफ मोड़ नहीं कर पाये हैं।
शार्क अनुपम मित्तल (Shark Anupam Mittal) Questions Interpretation for इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस एक्सपर्ट कमेंट (Inali Assistive Tech Expert Comments)
इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस निजी जीवन का सम्बन्ध एक्सप्लनेशन (Inali Assistive Tech Market Size Personal Connect for Cause Explanation)
शुरू से आखिर तक शार्क अनुपम मित्तल (Shark Anupam Mittal) ने बिज़नेस पिचर प्रशांत को बिज़नेस दृष्टिकोण पर बातचीत लाकर इसे चलाने के प्लान पूछकर उस ओर जुड़ने के प्रयास किये। लेकिन इस काम इ इसकी आविष्कार करते हुए इन्वेंटरी और उत्पादन से परे पैसा और अन्य गणित में उन्हें कमी नजर आ रही थी। हालांकि प्रशांत और उनके काम की सराहना शार्क प्रशंसा कर उन्हें शुभकामनाएँ दी।
इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस सेल्स वर्सस स्केल ऑफ़ ऑपरेशन एंड बिज़नेस साइकिल एक्सप्लनेशन (Sales vs Scale of Operation Plan and Business Cycle Explanation)
शार्क अनुपम मित्तल (Shark Anupam Mittal) ने सेल्स और आकड़े पूछकर बिज़नेस कि प्लानिंग पर ध्यान देना चाहा। मनचाह के साथ उसके चल पाने के गणित मिलाये। उन्होंने बातचीत में ध्यान केंद्रित करना चाहा कि इन्वेंटरी में पैसे रोकेंगे तो उनमें से कमाने में वक़्त लगेगा और बिज़नेस में पैसे रुकेंगे। जिसका प्रैक्टिकल उत्तर तो पिचर ने दे दिया लेकिन बिज़नेस साइकिल में पैसों कि रुकावट और दूसरी कठिनाइयों के कारण आकड़े प्राप्त करने के पहले गतिशील होकर बिज़नेस करना मुश्किल बन सकता है। पैसा, निवेश और अन्य व्यवहार का समय काल कॅश फ्लो, प्रोडक्ट साइकिल और हर प्रक्रिया कि गति पर असर करता है।
इनाली असिस्टिव टेक की मरीज में कितनी माँग की स्टडी का एक्सप्लनेशन (Tapping Demand for aspired vision to reach the victim patients Inali Assistive Tech Explanation)
शार्क अनुपम मित्तल (Shark Anupam Mittal) की आखिर तक दिलचस्पी रही, क्योंकि उनका निजी अनुभव रहा है। लेकिन पूरी बातचीत में वे कुछ ऐसा सुन नहीं पा रहे थे, जिसमें समझ आ सके के प्रशांत इसे बिज़नेस कैसे बनायेंगे। प्रशांत 1000 हाथ बनाएँगे फिर आगे आकड़े बढ़ायेंगे इस बातचीत में सिर्फ उनका इरादा प्रतीत हो रहा है। शार्क के मुताबिक़ किसी भी बातचीत में उनके बिज़नेस प्लान की बात नहीं लग रही है। इंवेस्टोरी को हासिल कर लेने से बिज़नेस स्ट्रेटेजी नहीं बन सकती है।
शार्क अमन गुप्ता (Shark Aman Gupta) इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस एक्सपर्ट कमेंट (Inali Assistive Tech Expert Comments)
कनफ्लिक्ट ऑफ़ इंटरेस्ट विथ बिज़नेस & NGO गोल्स (Conflict of Interest with Business & NGO Goals)
अगर आप NGO के लिए समान काम कर रहे हो तो NGO के रूट से क्यों काम नहीं करते ?
बिज़नेस पिचर प्रशांत ने दोनों स्तर पर अलग लक्ष्य हेतु अलग अलग प्रणाली पर होनेवाले काम के कारण अंतर् को समझाया। NGO का काम करते हुए कुछ मोल्ड तैयार हैं, जिससे एक जूते कि दूकान के तरह हाथ को फिट कर दिया जाता है। इसमें सिर्फ साइज़ देखकर प्रोड्कट दे दिया जाता है। लेकिन बिज़नेस में विस्तार कुछ खरीदी करनेवाले मार्किट कस्टमर पर केंद्रित है। जो कस्टमाइज़ प्रोडक्ट को किफायती दाम पर खरीदकर अपने जीवन को सुहार सकते है और बेहतर जीवन प्राप्त कर सकते हैं। वे अपने हिसाब से चुन सकते हैं कि उन्हें कार्बन फाइबर का सॉकेट बनाकर चाहिए तो ऐसे अन्य ख़ास बदलाव बनाकर दे सकते हैं।
यह सब NGO के नहीं किया जा सकता। अगर कोई मान भी जाए तो NGO के पैसे लेके शायद वह 20 हजार लोगों तक ही पहुँच पायेंगे। लेकिन अगर वह अच्छी इन्वेस्टमेंट रेज करके करे तो वह 20 हजार के जगह १ लाख लोगों तक पहुँच पायेंगे। शार्क अमन ने बात बात पर एहि बात ओर सवाल किया कि उनका माइंडसेट बिज़नेस की तरह है की हेल्पिंग के तरफ है।
बिज़नेस पिचर के मंतव्य से वह IMPACT + Profitability पर लक्ष्य पकड़कर काम करना चाहते थे। शार्क अमन ने बताया की कन्फूज़न होने लगता है। इम्पैक्ट इन्वेस्टमेंट भी होती है लेकिन ऐसे में पीतचर दोनों तरफ ध्यान देना चाहता है। तब वो क्या छोड़ेंगे या समय दे पायेंगे ये सवाल से काम फस जाता है। बिज़नेस ने अपने हिसाब से अभी उत्तर दिया की 90 परसेंट यहाँ दे रहा तो 10 परसेंट दूँगा।
इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस पिचर (Inali Assistive Tech Pitcher) ने इसपर बताया की NGO का काम अब अपनेआप में अच्छे से चल रहा है और लोग भी बहुत अच्छे से लोग डेवेलोप हो गए है और मेचुर हो गया है NGO और अब काफी चीज़े खुदसे भी चल रहा है।
शार्क अमन गुप्ता (Shark Aman Gupta) Questions Interpretation for Inali Assistive Tech Business (ब्लू पाईन फूड्स प्राइवेट लिमिटेड बिज़नेस)
कनफ्लिक्ट ऑफ़ इंटरेस्ट विथ बिज़नेस & NGO गोल्स एक्सप्लनेशन (Conflict of Interest with Business & NGO Goals Explanation)
शार्क अमन गुप्ता (Shark Aman Gupta) ने इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस पिचर प्रशांत गड़े (Inali Assistive Tech Pitcher Prashant Gade) से दो रास्तों में आगे चलकर होनेवाले दुविधा के बारे में बताया। उनहोंने कहा की CSR और Profitability दो अलग घोड़े हैं, जब वह रास्ते अलग हो जायेंगे तो इंटरप्रेन्योर को एक रास्ता चुनकर ही आगे बढ़ना होगा। वे ऐसा नहीं करेंगे, तो वे गिर जायेंगे।
उनहोंने व्यंग्य भी किया की वे अजय देवगन बनने का रपयास न करें और एक रास्ता चुन ले, जिससे वो अपने फोकस के साथ लक्ष्य प्राप्त कर सके। अगर इस बात पर इंटरप्रेन्योर स्पष्टीकरण करते हैं, तो शार्क अमन ने सहमती और तैयारी भी दिखाई की वे इसपर जुड़ने के बारे में सोच सकते हैं। लेकिन दोनों रास्तों पर चलते हुए वे इस निवेश से बआहर होने का निर्णय लेते हैं।
शार्क विनीता सिंह (Shark Vineeta Singh) इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस एक्सपर्ट कमेंट (Inali Assistive Tech Expert Comments)
इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस वैल्यूएशन (Inali Assistive Tech Business Valuation)
शार्क विनीता सिंह (Shark Vineeta Singh) ने सभी काउंटर को आगे लेते हुए बिज़नेस निवेश के निर्णय पर एक महत्वपूर्ण बात बताकर एक और मुद्दा बिज़नेस पिचर प्रशांत को समझानी चाही की अगर वे जुड़ना भी चाहे तो 2.85 लाख का सेल्स रेवेन्यू उनके 50 लाख के वैल्यूएशन के सामने इन्वेस्टमेंट के दृष्टिकोण से बहुत कम है। इस कारण वह निवेश से बाहर हो जाती हैं।
शार्क विनीता सिंह (Shark Vineeta Singh) Questions Interpretation for Inali Assistive Tech Business (इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस बिज़नेस)
इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस वैल्यूएशन एक्सप्लनेशन (Inali Assistive Tech Business Valuation Explanation)
अगर वैल्यूएशन की गणित करने कोई भी तकनीक इस्तेमाल करें, बिज़नेस से जुड़े रिस्क के सामने 2.85 लाख का सेल्स रेवेन्यू उनके 50 लाख की ५% इक्विटी की माँग को निवेश दृष्टिकोण से टोला नहीं जा सकता है। एक अकर्यरत और निश्चित फल की गुडविल पर बिज़नेस वैल्यू को मान सकते हैं। शार्क्स के दृष्टिकोण में यह बिज़नेस के कई मुद्दों पर काम करने के बाद इसे बिज़नेस टेस्ट के बाद सेल्स के लिए तैयार माना जा सकता है। निवेश के रूप में इस आकड़े पर कोई डील करना बहुत ही असंभव परिस्तिथि लग रही है।
शार्क नमिता थापर(Shark Namita Thappar) इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस एक्सपर्ट कमेंट (Inali Assistive Tech Expert Comments)
असिस्टिव टेक प्रोडक्ट टेस्ट इनाली (Inali Assistive Tech Product Test)
शार्क नमिता थापर(Shark Namita Thappar) के हिसाब से इस बिज़नेस में कस्टमइज़ेशन इम्पोर्टेन्ट है, ऑर्थो सर्जन इम्पोर्टेन्ट है। उन्होंने अन्य शार्क से असहमति जताकर उनसे प्रैक्टिकल टेस्ट के सवाल किये । उन्होंने बिज़नेस पिचर प्रशांत से पुछा की उन्होंने कितने पेशेंट्स के साथ ट्राई किया है और वे ऐसे कितने टेस्टीमोनिअल्स ला सकते हैं जो इस निणर्य में सचमें सहायक बनेंगे ?
इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस पिचर (Inali Assistive Tech Pitcher) ने बताया की काफी डॉक्टर ऐसे है जो कुछ पेशेंट्स को भेजते हैं। और अबतक कुल मिलाकर 20-25 ऐसे लोग होंगे, जिन्हें डॉक्टर ने उनके पास होगा।
शार्क नमिता थापर(Shark Namita Thappar) के हिसाब से भारत की ऑर्थो सर्जन कुल संख्या को देखा जाए तो बहुत बड़ा आकड़ा है। उनकी तैयारी में अधूरापन देखते हुए शार्क नमिता थापर(Shark Namita Thappar) ने काउंटर किया की बिज़नेस Pan India जाके ऑर्थो सर्जन के साथ मिलके मुफ्त उपचार और परीक्षण करके डॉक्टर और पेशेंट्स का वेलिडेशन या बाइंग लेना चाहिए।
इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस पिचर (Inali Assistive Tech Pitcher) ने उनके स्तर की सच्चाई और कठिनाई बताते हुए जताया की NGO के साइड से अगर वे देखें तो उनका प्राथमिक ध्यान लोगों की मदद करना था। और जो Initial Funding वो अपर्याप्त नहीं था, जैसे की अब उनके पास आना शुरू हुआ है। इस कारण उन्हें लोगों तक पहुँचना मुश्किल था और टीम भी बहुत छोटी थी।
अभी उनकी टीम डेवेलोप हो रही है हूँ मार्केटिंग की कोशिश कर रहे है तो हूँ लोगों को और जागरूक कर सके। अब जाके यह सब प्रक्रिया करने के प्लान बनाने की कोशिश की जा सकती है।
शार्क नमिता थापर(Shark Namita Thappar) Questions Interpretation for Inali Assistive Tech Business (इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस)
असिस्टिव टेक प्रोडक्ट टेस्ट इनाली एक्सप्लनेशन (Inali Assistive Tech Product Test Explanation)
शार्क नमिता अपने अन्य शार्क के विचार से अपनी राय अलग प्रस्तुत करती हैं। उन्हें बाकी शार्क द्वारा बताये गए मुश्किलें इतने महत्वपूर्ण नहीं लग रही थी। लेकिन उनका सबसे बड़ा प्रॉब्लम यह लग रहा था की इनाली असिस्टिव टेक बिज़नेस पिचर (Inali Assistive Tech Pitcher) पास सिर्फ 20-25 टेस्टीमोनिअल्स है। क्योंकि वे पुणे से है शार्क नमिते बिज़नेस पिचर प्रशांत को ऑर्थो सर्जन से परिचय करवायेंगी जो बड़े अस्सोसिएशन्स के हेड्स है।
जिससे बिज़नेस पिचर काफी भारी मात्रा में वेलिडेशन ला पायेंगे। अगर टेस्टीमोनिअल्स एक डिसेंट पेशेंट साइज़ पर इस्तेमाल करने कामयाब रहेंगे , तो खुद उनके शहर से हैं तो उनसे जुड़ने आगे आ जाएँगी। लेकिन इस एविडेंस की अनुपस्थिति में वे निवेश से बाहर हैं!
Conclusion
Shark Tank India Unseen Pitch Inali Assistive Tech Business by Youngpreneur for Prosthetic के लिए यंगप्रेन्योर द्वारा पर्पस ड्रिवन व्यवसाय है। व्यावसायिक कारणों के साथ कोई शार्क निवेश नहीं करते हैं। हम कंपनी कानूनों के तहत नियम द्वारा सीएसआर और परोपकार पेश करते हैं, क्या हम मनी रिटर्न से परे जो वैल्यू है उसके के लिए व्यवसाय के साथ निवेश नहीं करेंगे? क्या बिजनेस और सीएसआर? अलग होना जरुरी है ? आप में से कौन इस बिज़नेस में निवेश करता इस बारे में बताते हुए, इसे चलाने के सुझाव भी प्रस्तुत करें।
Shark Tank India Unseen Pitch Inali Assistive Tech Business दिमाग के रास्तों पर कई सवाल खड़े कर रही है, लेकिन सभी शार्क इस निवेश से बिज़नेस दृष्टिकोण के कारण प्रस्तुत कर चुके है। इतने विपरीत बातचीत और मेडिकल बिज़नेस में इतने सारे सफल लोगों के होने के बावूद इतने मेहेंगे बिज़नेस की मौजूदगी भी इस सस्ते प्रोडक्ट बनाने की मनचाह पर अज्ञात बिज़नेस रीज़न होने की सम्भावनाये दर्शाता है। क्या कोई युक्ति से इसपर काम करते हुए Purpose Driven Inali Assistive Tech Vision Achieve किया जा सकता है ? इस बारे में बिज़नेस एक्सप्लनेशन के साथ सीखें सिखाना का सिलसिला जारी रखें। आप अपनी राय में शार्क के कारण पर अपनी राय जोड़ सकते हैं।
Must Read:-
Fear of Failure, Persistency & Consistency For Success In Startups
15 Unseen Pitches Of Shark Tank India Season 1
FAQ’s
Inali Foundation Owner
Prashant Gade
Inali Foundation Address
Address: PM7F+PH6, Phata, Tukaram Nagar, Talegaon Dabhade, Maharashtra 410506
Inali Foundation Shark Tank India Unseen Pitches
Inali Foundation appeared in Shark Tank India Unseen Pitches.