Bhagavad Gita for Entrepreneurs में समझते हुए Startup Founders को कई कठिन प्रसंगों के लिए आसान हिन्दी में चर्चा करने हमनें easy business applications के विचार प्रस्तुत किये हैं। भगवद गीता अध्याय 2 (Bhagavad Gita Chapter 2) में Sankhya Yoga (The Yoga of Knowledge) कहा जाता है।
इसमें Karma Yoga in business पर खास चर्चा है, जिससे आपमें Business Lessons for Leadership and Success की ओर विलक्षण विजय बनाने में मदद मिलेगी। Modern Business Scenarios को Ancient Script से ज्ञान निचोड़ लेने हम पूरी कोशिश करेंगे, जो आज के समय के अनुसार अमल करने के लिए आसान हो।
Bhagavad Gita Sankhya Yoga के अध्याय में Entrepreneurs Mindset का Deep knowledge Explain समझा जा सकता है।
Bhagavad Gita Leadership Principles के विषय को अनमोल सूत्र के तौर पर जोड़ने Deep Knowledge Essence को Sankhya Yoga(The Yoga of Knowledge) से कई स्तर पर समझा जा सकता है। यह केवल spiritual text नहीं, बल्कि Growing Mindset के लिए Human Psychology के लिए wisdom guide है।
Business Challenges में जिस तरह Entrepreneur Mindset को selfless action से decision-making करनी होती है, उसमें Bhagwaan Krishna द्वारा बताई गई विधायक दृष्टिकोण और Real Wisdom Script से हर तरह के modern business scenarios के साथ व्यक्ति को व्यवहार करने के लिए मदद मिलती है।
Business Lessons from Bhagavad Gita Chapter 2 The Yoga of Knowledge
Bhagavad Gita Chapter 2 in Business की पोस्ट में हम सांख्य योग से business applications को जोड़कर समझने का प्रयास करेंगे। इस अध्याय में अर्जुन(Arjun) और कृष्ण (Krishna) के संवाद के भागों को एक एक Bhagavad Gita leadership principles में बांटकर समझेंगे।
Sankhya Yoga का अर्थ है The Yoga of Knowledge, और इस अवस्था से हम इस अध्याय में बताए गए Karma Yoga in business और wisdom guide पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
Bhagavad Gita Chapter 2 में Krishna और Arjun के पहले भाग में Business Entrepreneur Dilemma को Arjuna Dilemma के साथ समझ सकते हैं;
Bhagavad Gita Chapter 2 The Yoga of Knowledge की शुरुवात में Arjun के सामने एक Startup Entrepreneur की तरह बहुत सारे self-doubt थे और अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ने से पहले nervousness और fear ने जकड़ के रखा था। हर काम की शुरुवात में चाहे वो जंग हो या व्यवसाय, आपको सभी तरफ जज़्बातों महसूस होता है, और ऐसे में आपको Decision-Making में स्पष्टता चाहिए होती है।
एकदम विपरीत विचारों के बीच में जहाँ Arjun को Battlefield से भय था और अपनों से लधने के लिए बिल्कुल तैयारी नहीं थी, एक सूत्र जो Karma Yoga in business के विचार को आपके सामने बार बार लाएगा वह है – अपनी भूमिका निभाने की निष्ठा, जो अर्जुन कृष्ण से समझना चाहते हैं।
Live Business Market के बीच Entrepreneur को अपने व्यवसाय के साथ भूमिका के प्रति ईमानदार होना आती आवश्यक है। ज्ञान की खोज ही उन्हें Krishna से Supreme Knowledge दिलाता है और वह हर कदम में अपने व्यक्तित्व में निखार ला पाते हैं।
Sankhya Yoga में Krishna ने The Yoga of Knowledge में Most Important long-term vision का Business Lesson बताया
Bhagavad Gita Chapter 2 में Krishna ने Arjun के Short-Term Gains के विचार को मोह बताया है। उन्होंने अपने भूमिकाओं और Final और Long-Term Gains पर बात बताई है। उन्होंने War में Success और Defeat में दोनों ही probability में उनके बारे में शरूय और योद्धा के धर्म और कर्म को बताया। Backout और Quit करने से प्रतिकूल विकल्प को किसी भी योगी (ज्ञानी मनुष्य) को नहीं चुनना चाहिए।
Business Mindset में हमें हर निर्णय में Short Term Gain को त्याग कर एक बाद Vision देखने की जरूरत पड़ती है और वही बिजनस बड़े बन पाते हैं। जब तक कोई खुदसे उठकर विधायक विचार पर कार्य नहीं करता, जो बहुत बड़ा हो, वो बड़ी सफलता प्राप्त नहीं कर पाता है।
इस विचार पर आप Windows की शुरुवात को देख सकते हैं, जिसनें उस समय में हर घर Computer Window पहुंचाने का सोचा था और अब Personal Computer से भी आगे इतने सारे Digital Device सब जगह पहुँच गए हैं। और भी इसे बिजनस पे विचार करके आप कमेन्ट में जोड़कर विषय को और भी रोचक बनायें।
Karma Yoga in Business के बारे में Bhagavad Gita Chapter 2 में खास विस्तार से समझाया गया है;
Business Lesson में long-term vision की जो हमनें बात की उस विचार पर कार्य करने हर दिन के छोटे प्रलोभन (Short Term Gain) से detach होने की बहुत आवश्यकता होती है।
Ultimate Wisdom की इस चर्चा से unethical shortcuts और little gains को त्यागने के लिए हिम्मत मिलती है। इतना ही नहीं isके सामने चुने गए कठिन और persistent work करने Business Focus के लिए Bhagavad Gita Inspiration मिलती है।
Karma Yoga को आसान शब्दों में बतायें, तो वो result पर ध्यान न देकर कर्म पर ध्यान करने विचार देता है और कर्म सही होने से आपकी पूरी प्रक्रिया सही हो जाती है। Business Gain को अपने Personal Gain से ऊंचा समझने, इतने गहरे ज्ञान के बिना बहुत मुश्किल हो जाता है।
Bhagavad Gita में Selfless Action के Business Learnings से Leading Without Ego के महत्वपूर्ण बात बताई गई है;
Sankhya Yoga में deep wisdom पर बात करते हुए, selfishness और ego से व्यक्ति ऊपर विचार करने के लिए Entrepreneur MIndset Build कर पाता है। As Business Leader जब वह wider frame देखकर customer satisfaction और team growth को प्राथमिकता देते हैं, उनके साथ long term employee relationship और bigger acheivements बन पाती हैं।
Business Entrepreneur Trait Emotional Intelligence पर Bhagavad Gita में Sthitaprajna (Enlightened Person) की चर्चा व्यवसाय में काफी मदद करता है
Entrepreneur को कई Business Ups and Downs देखने पड़ते हैं। Crises और Challenges में जो Bhagavad Gita Chapter 2 में एक योगी, जो ज्ञानी मनुष्य की परिभाषा प्रस्तुत की गई है, उससे व्यक्ति में स्थिर विचार का मनोबल तैयार होता है। इन श्लोक के मनन से आप में धार्य उर स्थिरता बढ़ती है और आप Better Business Decision ले पाते हैं।
Emotional Intelligence और Emotional Balance दोनों के विषय में Arjun और Krishna के संवाद में गहरी बातें समझने के लिए मिलती है। इस संवाद को आप जितनी बार पढ़ेंगे और अपने बिजनस के व्यवहार को देखते रहेंगे, तो आपको खुदमें Entrepreneur Mindset में काफी विकास देखने मिलेगा।
Must Read:
Ghibli Style Photos Policy में बदलाव, Sam Altman ने कहा GPUs Are Melting!
Sub-Culture Founder से Shark Namita ने Woman Audience और LGBTQ Community के Indian Taboo बताये!
Conclusion
Bhagavad Gita Chapter 2 to Business की इस पोस्ट में Business Entrepreneur Dilemma से शुरू करते हुए Long-Term Business Vision पर विचार देखे। इस प्रक्रिया के भागों को देखते हुए हमनें इस विचार को सिद्ध करने Selfless Action से Karma Yoga की प्रक्रिया भी समझी।
उम्मेद है Sankhya Yoga में बताये गए The Yoga of Knowledge को आसान भाषा में चर्चा करते हुए, जो business applications हमनें बताये, उससे आपको Entrepreneur Mindset को देखने मिला होगा। इस पूरी बातचीत में यदि आपके पास भी कोई Bhagavad Gita Business Lesson है, तो कमेन्ट में जरूर बतायें।