What is EBITDA ? – EBITDA क्या है ? हिंदी में समजाया जाएगा Shark Tank India In Hindi की यह पोस्ट मैं। साथ ही EBITDA Full Form और EBITDA Formula उदाहरण के साथ विस्तार से समजाया जाएगा।
Shark Lesson of the Day – EBITDA शार्क पीयूष बंसल (Shark Peyush Bansal) ने ेप्शे के अंत में समझाया था – “EBITDA जो होता है बिज़नेस का नेट इनकम होता है, एक्सेप्ट चार की कंपोनेंट्स – इंटरेस्ट, टैक्स, डेप्रिसिएशन और अमोरटाईसेशन , ये छोड़के जो भी आपका नेट एअर्निंग है, वो आपका EBITDA होता है। ” यह एक बिज़नेस या कॉमर्स वालों क ही पता होगा। आप बिज़नेस स्टार्टअप हैँ तो गबराये नहीं। शुरुवात की है तो ये सब चीज़े आगे आते आते आ ही जाएँगी।
EBITDA Full Form
Earnings Before Interest, Taxes, Depreciation, And Amortization
[ ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई ]
What is EBITDA ? | EBITDA क्या है ?
आसान भाषा में कहे तो – EBITDA इंटरेस्ट(ऋण), टैक्स (करों), डेप्रिसिएशन (मूल्यह्रास) और आमोरटाईज़ेशन (परिशोधन) पर ब्याज काटने के पहले की कमाई को कहा जाता है। यह संचालन से कॅश फ्लो (नकदी प्रवाह) का अनुमान दिखाता है। EBITDA का उपयोग अधिक पूंजी गहन कंपनियों (Capital Acquisition Company) के विश्लेषण के लिए किया जाता है। EBIT का उपयोग विश्लेषकों द्वारा उस कंपनी का विश्लेषण करने के लिए किया जाता है जो कम पूंजी गहन रखते हैं, जैसे की सेवा क्षेत्र है।
इसके उद्देश्य को समझने के हम पहले इसके गणित को समझने के लिए टेबल को देखते हैं (Understanding EBITDA calculation)
Sr. No. | Particulars | Plan A | Plan B |
कुल आय [Total Income ] | Amount(₹) | Amount(₹) | |
1 | Less: उत्पाद बनाने के खर्चे [Direct / Trading Expenses (Raw Material, making a charge, direct cost for the product, etc)] | ||
2 | Less: उत्पाद बनाने के आलावा व्यवसाय चलाने के खर्चे [Indirect Expenses / Profit & loss expenses (Electricity, rent, sales, commission, etc)] | ||
3 | Earnings before Interest, Taxes, Depreciation, and Amortization [EBITDA] | ||
4 | Less: व्यवसाय में इस्तेमाल होनेवाले संसाधनों का खर्चा [Depreciation & Ammortization] | ||
5 | ब्याज और कर काटने के पहले आय की रक्क्म [Earnings before Interest & Taxes (EBIT)] | ||
6 | Less: ब्याज (Interest) | ||
7 | कर काटने के पहले आय की रक्क्म [ Earnings before Taxes (EBT)] | ||
8 | Less: कर (Tax) | ||
9 | कर काटने के बाद आय की रक्क्म [Earnings After Taxes (EAT)] |
EBITDA Formula With Example | EBITDA Example Explanation
मुख्य टेबल जो हमने देखा उसके हिसाब से मुख्या फार्मूला कुछ इस तरह बनेगा:
Sr. No. | Particulars | Plan A | Plan B |
कुल आय [Total Income ] | Amount(₹) | Amount(₹) | |
1 | Less: उत्पाद बनाने के खर्चे [Direct / Trading Expenses (Raw Material, making a charge, direct cost for the product, etc)] | ||
2 | Less: उत्पाद बनाने के आलावा व्यवसाय चलाने के खर्चे [Indirect Expenses / Profit & loss expenses (Electricity, rent, sales, commission, etc)] | ||
3 | Earnings before Interest, Taxes, Depreciation, and Amortization [EBITDA] | ||
4 | Less: व्यवसाय में इस्तेमाल होनेवाले संसाधनों का खर्चा [Depreciation & Ammortization] | ||
5 | ब्याज और कर काटने के पहले आय की रक्क्म [Earnings before Interest & Taxes (EBIT)] | 2,40,000 | 2,40,000 |
6 | Less: ब्याज (Interest) | 2,40,000 | NIL |
7 | कर काटने के पहले आय की रक्क्म [ Earnings before Taxes (EBT)] | 216000 | 2,40,000 |
8 | Less: कर (Tax)-30% | 64800 | 72000 |
9 | कर काटने के बाद आय की रक्क्म [Earnings After Taxes (EAT)] | 1,51,200 | 1,68,000 |
First EBITDA Formula
EBITDA = राजस्व (revenue) – व्यय (expense) [लेकिन ऋण, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन पर ब्याज नहीं]
इस टेबल के हिसाब से आपने सब बाते समझी होंगी तो आपको अन्य ऐसे फार्मूला भी समझ आ जायेंगे । इसमें उद्देश्य जान लिए तो बिज़नेस की दी जानकारी में कोई एक जानकारी पता करनी हो तो यही टेबल से विविध फार्मूला बन सकते हैँ। कॉमर्स के कई कैलकुलेशन हैँ, जहा कॅश फ्लो की जानकारी में ऐसे हिसाब लगाकर कई रेश्यो और गणित लगाए जाते हैँ और कैपिटल बिज़नेस के निर्णय लिया जाते हैँ। हम उन सभी की जानकारी जोड़कर इस विषय को मुश्किल नहीं बनाना चाहते हैँ। निर्णय लेने के कारण और टेबल से बनते हुए फार्मूला को अच्छे से बनाय जाए तो आप इसमें गहराई में पढ़ सकते हैँ।
Second EBITDA Formula
बिज़नेस के मुख्य आय और खर्चे को बांटकर निर्णय को आसान बनाने के लिए विशिष्ट आकड़े तक आने के प्रयास से ऐसे अलग फार्मूला में विभाजन किया हुआ है। जब नगद आय और खर्चे की चर्चा होगी तब आपको ऐसे कई बातें आपको बिज़नेस की किताबों में मिल जाएँगी। लेकिन आप आज के इस पोस्ट से उद्देश्य और समझ को जान गए होंगे तो अब आपको वो सब विषय भी समझ आएंगे। ऐसे ही एक EBITDA Formula नीचे दिया है , जिसे आप समझ पाएंगे की एक ही विषय के ये सब हिस्से हैँ , जो निर्णय के कारणों को और स्पष्ट करने काम आ सकते हैँ।
EBITDA = Net Income + Interest + Tax + Depreciation + Amortization
डेप्रिसिएशन (मूल्यह्रास) vs आमोरटाईज़ेशन (परिशोधन)
गणित के विषय से यह दोनों विषय सालाना आय में सालाना खर्चा जोड़ना है। लम्बे आरसे तक चलनेवाले संसाधन के खर्चे एक साल में जोड़ने से आय का गणित बिगड़ जाता है और नुक्सान के आकड़े दिखने लगते हैँ। इन खर्चो को उचित फार्मूला से सालों में बाँट दिया जाता हैँ।
डेप्रिसिएशन – व्यवसाय में लगनेवाले साधन जैसे फर्नीचर और मशीन के खर्चे को साधन की आयु अनुसार हर साल डेप्रिसिएशन की रक्क्म काटी जाती है। भौतिक साधन की रक्कम को उस साधन की आयु में बांटकर खर्चे को सालाना आय के गणित के लिए उचित रक्क्म से तोला जाता है।
आमोरटाईज़ेशन (परिशोधन) – कागज़ी या जो संसाधन दृश्य इ नहीं लेकिन किसी प्रकार से व्यवसाय परवानगी या कोई क़ानूनी दस्तावेज हो तो वो खर्चे भी अनेक साल के लिए होते हैँ। व्यवसाय अनुसार वो अदि रककम के भी हो सकते हैँ और बहुत महत्वपूर्ण होते हैँ। ऐसे धारणराशि को भी खर्चे के लिए सालोसाल में बाँट दिया जाता है। क्योंकि फार्मूला में ये इतना स्पष्ट बताया है, इनके मतलब जान लेने से आप इनकी रक्क्म को उचित तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैँ।
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एबिट्डा मार्जिन क्या होता है ? | What is EBITDA Margin ?
एबिट्डा मार्जिन (EBITDA Margin) व्यवसाय के मुनाफे को व्यावसाय की आय (Income)के साथ उसको परसेंटेज में तोलता है। यह एक तरह से प्रॉफिट मार्जिन (Profit Margin) है। ख्याल बस यह रहता है, जो अलग अलग चार खर्चे शार्क पीयूष बंसल ने बताये उन्हें काटे बिना जो मुनाफा है, और उन्हें काटने के बाद जो मुनाफा है, उनके आकड़े लेकर बिज़नेस कैलकुलेशन करने हैं।
पुरे विषय में हमने जाना की बिज़नेस जगत में बड़े बड़े खर्चे जैसे इंटरेस्ट, डेप्रिसिएशन और अन्य भागों को लेकर मुनाफे को इन खर्चे को कांटने के पहले के आकड़े और बाद के आकड़े लेने से निर्णय लेने पड़ते हैं। एबिट्डा मार्जिन (EBITDA Margin) इन खर्चे को काटने के पहले का मार्जिन है । यह ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन (Operating Profit Margin) के समान समझा जा सकता है। आसान भाषा में के जाने तो व्यापार के परिचलन में जो खर्चे होते हैं, उसके बाद जो मुनुआफ़ है , वो कितना है यह इससे पता चलता है। इंटरेस्ट, टैक्स ये सब खर्चे बिज़नेस को चलाने के खर्चे नहीं हैं, वे अन्य बड़े खर्चे हैं जो निवेश राशि के लिए है या निवेश राशि में कमाई हुई आय के ऊपर लगा हुआ आयकर (Income Tax) है।
EBITDA Margin Formula or EBITDA Margin Ratio
आय में से एक एक खर्चे कांटे और उसका प्रोफ्ट मार्जिन (Profit Margin) को उसके इस्तेमाल की जानकारी के हिसाब से बनाये EBITDA Margin Ratio बनेंगे। बिज़नेस में किन नाम से इसके संबंध में प्रॉफिट रेश्यो (Profti Ratio) बनते हैं। वो जान्ने का प्रयास करेंगे;
Sr. No. | Return on Investment (ROI) | Return on Capital Employed (ROCE) |
1. | Pre Tax Profit Ratio | EBIT / EQUITY + DEBT |
2. | Post Tax Profit Ratio | EAT + Interest / EQUITY + DEBT |
Return on Equity (ROE)/ Return on Networth (RONW) भी होता है। इससे सिर्फ इक्विटी धारक को कितना फ़ायदा है वो जान्ने इसका इस्तेमाल किया जाता है। उपर्युक्त फार्मूला में EQUITY + DEBT के बदले में सिर्फ EQUITY लिया जाता है।
सामान तरीके से Return on Asset (ROA) भी बिज़नेस में इस्तेमाल किया जाता है। प्रति रुपये के asset के सामने बिज़नेस क्या कमा रहा है, यह इससे पता किया जाता है।
EBITDA मार्जिन क्यों महत्वपूर्ण है? | Why EBITDA margin is important?
आमतौर पर Pre Tax Ratio को इस्तमाल किया जाता है, जिससे कंपनी कितना मुनाफा कर रही है, उसकी समझ ली जा सके। अलग अलगो फार्मूला बताते हुए उसके अन्य फायदे भी हमने आज देखा है। बिज़नेस की किताबो में दिए हुए कई ऐसे आर्थिक शब्द और भाग है, जिनमे इसके इस्तेमाल दिया हैं। आज ऐसे मुश्किल जानकारी हम नहीं जोड़ रहे हैं, क्योंकि शुरवात में वह आपको भटका सकती हैं।।
आसान भाषा में फार्मूला में आकड़े जो लिए गए हैं, उसके सामे बिज़नेस कितना मुनाफा कर रहा हैं। वह जान्ने ये सब अगणित किया जाता हैं। आशा करते हैं, आपको इस जानकारी से अब बिज़नेस की आर्थिक चर्चा और भी सरल लगने लगेगी।
क्या एक उच्च EBITDA मार्जिन अच्छा है? | Is a high EBITDA margin good?
एबिट्डा मार्जिन (EBITDA Margin) व्यवसाय के मुनाफे का गणित है। high EBITDA margin अच्छा होता है, क्योंकि बिज़नेस अच्छा कमा रहा है। इन्वेस्टर के साथ साथ यह सबके लिए अच्छा है।
एक कम EBITDA मार्जिन क्या है? | What is a low EBITDA margin?
एक कम एबिट्डा मार्जिन (EBITDA Margin) का मतलब है बिज़नेस में आय नहीं हो रही। नकद रक्क्म बिज़नेस में कम होने से low EBITDA margin आता है। यह Investor और Business Entrepreneur दोनों के लिए चिंता का विषय है।
EBITDA MARGIN Formula and Practical Business Use of EBITDA MARGIN
Earnings before Interest, Taxes, Depreciation and Amortization [EBITDA] जैसे की नाम से ही पता चलता है, अर्निंग की बात है। अर्निंग मतलब मुनाफे हैं , जिसमे मुख्य चार चर्चो को काटने के बाद अलग अलग नाम से सम्बोधन किया है। हम कुछ Earning Ratio को भी इस पोस्ट में जोड़ रहे हैं, जिससे आप जानेंगे की किस तरह यह सब मुनाफों को बिज़नेस इक्विटी (Business Equity), बिज़नेस एसेट (Business Asset), मनी इनवेस्टेड (Money Invested) जैसे व्यापार में लगी रककम के सामने आय को तोला जा सके।
Ratio Related to EBITDA MARGIN
आमदनी के लक्ष्य से ही धंदा होता है। और धंदे के कुछ कर्त्तव्य होते है , जो आय आने पर ही निभाया जा सकता है। आर्थिक नियम बाध्य रखने के बाद ये अर्निंग / आय के आकड़ो को रेश्यो (Ratio) में इस्तेमाल किये जाते हैं। ऐसे ही कुछ आय के सामने लगी रक्क्म के हिसाब जान्ने के लिए बिसनेस कैलकुलेशन में प्रख्यात गणित के कुछ विषय नीचे जोड़े गए हैं।
Interest coverage ratio = EBIT/Interest
- Where – EBIT is Earning Before Interest & Tax
जैसे की शब्द कहता है Interest coverage ratio, यह दर्शाता है की अर्निंग / प्रॉफिट/ आय बिज़नेस पर लगे ब्याज को कितनी हद्द तक शामिल कर रहा है। आय ब्याज से अधिक होनी चाहिए तभी तो व्यापार गुजारा कर सकता है। यह एक ब्याज भरने की क्षमता दर्शाता है। इसकी वैल्यू 1 से अधिक होनी चाहिए।
Preference Dividend Coverage Ratio = EAT / dividend
- Where – EAT is Earning after Tax
जैसे की डेब्ट के लिए ब्याज होता है, इक्विटी के लिए डिविडेंड होता है। चुकी इक्विटी को हर ब्याज, कर, बिज़नेस के देनगी चुकाने के बाद आय पर हक़्क़ होता है, कितना डिविडेंड बिज़नेस दे पायेगा वो क्षमता गिनने के लिए अर्निंग आफ्टर टैक्स को डिविडेंड के साथ तोला जाता है। ऊपर वाले रेश्यो जैसे ही इसका भी हिसाब है, सिर्फ अर्निंग का आकड़ा हर खर्चा काटने के बाद लिया जाता है और इंटरेस्ट के जगह डिविडेंड लिया गया है। यह राशन बिज़नेस कितना डिविडेंड दे पायेगी वह पता चलता है।
Conclusion
Shark Lesson of the Day – EBITDA by Peyush Bansal के इस विषय को अब अच्छे से जान गए होंगे। क्योंकि यह बहुत ही प्रैक्टिकल विषय है , आप व्यवसाय में इसे इस्तेमाल कर चुके हो तो उसके वास्तविक किस्से जोड़कर बिज़नेस प्रेरित लोगों को नया किस्सा जरूर बताये। भारत के कोने कोने से इस विषय को समझने का प्रयास हो रहा है तो कई जगह इस विषय पर गहराईयो में चर्चा करते हुए , बिज़नेस को जीरो टू हीरो बनाया गया है। Shark Tank India Season 2 लेसन लेते हुए भारत आगे बढे और बिज़नेस के साथ साथ अपनी सोच में विकसित होकर खुदसे बड़ी कंपनी बनाने के ख्वाब देख सके ऐसे हम आशा करते हैँ।
Shark Lesson of the Day -EBITDA example के लिए आप अलग अलग बिज़नेस को और भी देखेंगे और उदाहरण बनाएंगे तो कॉमर्स के फ्री जानकारी इंटरनेट से लेकर अध्ययन कर सकते हैँ। आप अपने हाथो से ये उदाहरण किताब में टेबल की तरह करेंगे तो आम गणित जैसे महसूस होने लगेगा, क्योंकि व्यापारी को मुनाफा देखने के लिए दिमाग चलाने आ ही जाता है। कॉमर्स के लोगों से ख़ास निवेदन है की उनकी एक्सपर्ट जानकारी को इस पोस्ट में खासकर जोड़े। आम भारत और शिक्षित भारत इस विषय में जुड़कर कार्यक्रम में आएंगे Shark Tank India Season 2 में और भी ज्यादा धूम मचेगी।
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FAQ’s
एबिटा का मतलब क्या होता है?
आसान भाषा में कहे तो – EBITDA इंटरेस्ट(ऋण), टैक्स (करों), डेप्रिसिएशन (मूल्यह्रास) और आमोरटाईज़ेशन (परिशोधन) पर ब्याज काटने के पहले की कमाई को कहा जाता है। यह संचालन से कॅश फ्लो (नकदी प्रवाह) का अनुमान दिखाता है।
एबिटा मार्जिन क्यों महत्वपूर्ण है?
आमतौर पर Pre Tax Ratio को इस्तमाल किया जाता है, जिससे कंपनी कितना मुनाफा कर रही है, उसकी समझ ली जा सके। अलग अलगो फार्मूला बताते हुए उसके अन्य फायदे भी हमने आज देखा है।
एबिटा की गणना कैसे की जाती है?
EBITDA = Net Income + Interest + Tax + Depreciation + Amortization
एबिटा मार्जिन क्या है?
एबिट्डा मार्जिन (EBITDA Margin) व्यवसाय के मुनाफे को व्यावसाय की आय (Income)के साथ उसको परसेंटेज में तोलता है। यह एक तरह से प्रॉफिट मार्जिन (Profit Margin) है।
आप एबिटा मार्जिन की गणना कैसे करते हैं?
Preference Dividend Coverage Ratio = EAT / dividend
Interest coverage ratio = EBIT/Interest
क्या एक उच्च EBITDA मार्जिन अच्छा है?
एबिट्डा मार्जिन (EBITDA Margin) व्यवसाय के मुनाफे का गणित है। high EBITDA margin अच्छा होता है, क्योंकि बिज़नेस अच्छा कमा रहा है। इन्वेस्टर के साथ साथ यह सबके लिए अच्छा है।
एक कम EBITDA मार्जिन क्या है?
एक कम एबिट्डा मार्जिन (EBITDA Margin) का मतलब है बिज़नेस में आय नहीं हो रही। नकद रक्क्म बिज़नेस में कम होने से low EBITDA margin आता है। यह Investor और Business Entrepreneur दोनों के लिए चिंता का विषय है।